ज़ीका मच्छरों के ज़रिए फैलने वाला वायरस है।हाल में इसका फैलाव तेजी से हुआ है और अब यह 34 देशों तक पहुँच चुका है। इसलिए इस महामारी के बारे में जानकारी होना बेहद ज़रूरी है जिससे आप और आपके बच्चे सुरक्षित रह सकें।
ज़ीका एक वायरस है जो एडिज इजिप्टी मच्छरों के काटने से फैलता है। यह वायरस अब तेजी से फैल रहा है। उष्णकटिबंधीय इलाकों में यह खासतौर से फैल रहा है क्योंकि वहां एडिज मच्छर पाया जाता है। इसी मच्छर के ज़रिए डेंगू, चिकनगुनिया, और पीला बुख़ार जैसी बीमारियां भी फैलती हैं। ज़ीका के इलाज के लिए अभी तक कोई दवाई या टीका उपलब्ध नहीं है।
गर्भ में पल रहे बच्चों पर इसके असर के कारण यह वायरस ज़्यादा चर्चा में है। इसके कारण गर्भपात, जन्मजात बीमारियां, मरे हुए बच्चे पैदा होना, और माइक्रोसेफली जैसे गंभीर असर हो सकते हैं।
इसके फैलने का सबसे बड़ा कारण एडिज मच्छर का काटना है। दूसरे किसी वायरस के विपरीत यह खांसी, छींक, या अनौपचारिक संपर्क से नहीं फैलता। हालांकि यह वायरस यौन संबंधों, अंग प्रत्यारोपण, ख़ून चढ़ाने, और गर्भवती मां से बच्चे को हो सकता है।
एक बार संक्रमित मच्छर के काटने के बाद यह एक हफ्ते तक ख़ून में बना रह सकता है।
ज़ीका वायरस के इलाके में रह रहे या उस इलाके में गए प्रत्येक व्यक्ति को इसके संक्रमण का ख़तरा है।
इसके कुछ बेहद मामूली लक्षण होते हैं जो आसानी से समझ में नहीं आते। इससे प्रभावित लोगों को अक्सर इसका पता नहीं चल पाता। कुछ बातें है जो प्रभावित होने के 2-10 दिन के भीतर नज़र आती हैं:
* बुख़ार
* जोड़ों का दर्द
* लाल चकत्ते
* मांसपेशियों का दर्द
* सिरदर्द
इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है। इसलिए इससे बचने का सबसे बेहतर तरीका यही है कि ज़ीका से प्रभावित इलाकों में जाने से बचा जाए या नीचे बताए उपायों को अपनाया जाए:
* पूरी बाँह की शर्ट और पैंट पहनें जिससे मच्छर शरीर तक ना पहुँच सके। इसके साथ ही मच्छरों को भगाने के लिए अपने कपड़ों पर गुडनाइट फैब्रिक रॉल-ऑन का प्रयोग करें। इसके प्रयोग से आपको दोहरी सुरक्षा मिलेगी।
* खिड़कियां और दरवाज़े हमेशा बंद रखें और वेंटिलेशन के लिए एसी का इस्तेमाल करें।
* एडीज मच्छर आमतौर से सुबह या शाम के समय काटता है। इस समय घर के अंदर रहने की कोशिश करें।
* यह मच्छर ठहरे हुए पानी में पैदा होता है, इसलिए घर के आस-पास पानी को इकट्ठा ना होने दें।
* गुडनाइट पावर एक्टिव+ सिस्टम जैसे उत्पादों का प्रयोग करें। यह कमरे में फैल कर आपको मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाएगा। कमरे में ज़्यादा मच्छर होने पर आप नार्मल मोड की जगह एक्टिव मोड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
* ज़्यादा सुरक्षा के लिए बच्चों के बिस्तर पर मच्छरदानी लगाएं।
ज़ीका वायरस दशकों से हमारे बीच है लेकिन हाल में इसका जबरदस्त फैलाव देखा गया है। क्योंकि इसका कोई इलाज या टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए बेहतर है कि बचाव के उपाय अपनाए जाएं। इससे डरने की बजाए जागरूक बनें और सुरक्षित रहें।